एक समझदार बूढ़ा उल्लू

एक समझदार बूढ़ा उल्लू

एक ओक के पेड़ में एक बूढ़ा उल्लू रहता था। वह हर दिन अपने आस-पास घटने वाली घटनाओं को देखता था।

कल, उसने देखा कि एक युवा लड़के ने एक बूढ़े व्यक्ति को एक भारी टोकरी ले जाने में मदद की। आज उसने एक छोटी बच्ची को अपनी माँ पर चिल्लाते हुए देखा। जितना उसने देखा, उतना ही कम बोला।

जैसे-जैसे दिन बीतते गए, वह कम बोलते थे लेकिन सुनते ज्यादा। बूढ़े उल्लू ने लोगों को बातें करते और कहानियाँ सुनाते हुए सुना।

उसने एक महिला को यह कहते हुए सुना कि एक हाथी बाड़ पर कूद गया। उसने एक आदमी को यह कहते हुए सुना कि उसने कभी गलती नहीं की।

बूढ़े उल्लू ने लोगों के साथ जो हुआ उसे देखा और सुना था। कुछ ऐसे थे जो बेहतर हो गए, कुछ जो बदतर हो गए। लेकिन पेड़ का बूढ़ा उल्लू हर दिन समझदार होता गया।